हम आस्था वादी हैं, हमारी आस्था ख़ूब भुनाई भी जा रही है। हम आस्था वादी हैं, हमारी आस्था ख़ूब भुनाई भी जा रही है।
हमारे लिए कुछ करने और जीनेवाले के प्रति आभार कितना आवश्यक है! हमारे लिए कुछ करने और जीनेवाले के प्रति आभार कितना आवश्यक है!
नहीं सकूंगा अर्थात्, मन को स्थिर करते हो, क्यों नहीं सकोगे, कोशिश तो करो। नहीं सकूंगा अर्थात्, मन को स्थिर करते हो, क्यों नहीं सकोगे, कोशिश तो करो।
उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।। उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।।
धन पीछे चला आएगा, निभाने को ज्ञान से अपनी यारी। धन पीछे चला आएगा, निभाने को ज्ञान से अपनी यारी।
हमें विकसित करना होगा, ऐसा विज्ञान, जो दे कम जल में, अधिक उत्पादन। हमें विकसित करना होगा, ऐसा विज्ञान, जो दे कम जल में, अधिक उत्पादन।